अभी मेडिकल डिक्सनरी के क्षैत्र में जितनी भी डिक्सनरीज उपलब्ध हैं, वे सब अंग्रेजी से अंग्रेजी में हैं या अँग्रेजी से हिन्दी में हैं, परन्तु हिन्दी से अंग्रेजी में मेडिकल डिक्सनरी उपलब्ध नहीं होती हैं। यहाँ तक कि इन्टरनेट पर भी उपलब्ध नहीं हैं। इससे हिन्दी भाषी क्षेत्रों मे मेडिकल एवं आयुर्वेदिक डाॅक्टर्स तथा स्टूडेन्ट्स को किसी भी रोग या लक्षण के शुद्ध तकनीकी शब्दों के अभाव के कारण आपस में विचार-विमर्श करने, मेडिकल पुस्तकों में रोग को खोजने एवं इन्टरनेट पर सर्च करने में काफी समस्या आती है। इस समस्या के निवारण के लिए इस शब्दकोश की आवश्यकता पड़ी। सामान्यतः बहुत सारे रोग या लक्षण के शुद्ध मेडिकल तकनीकी ज्ञान नहीं होता, जैसे घबराहट, बेचेनी, दुर्गन्धित पसीना, पादतल दाह, भैंगापन, गन्धज्ञान न होना, स्वाद का ज्ञान न होना, इच्छाशक्ति का अभाव, त्वचा पर चींटियों के चलनें का आभास, शरीर पर असामान्य बालों की वृद्धि, तिमिर दर्शन, मल मूत्र पर रोक न होना, विरसता, नाम याद न रहना, पसीना अधिक आना, सोते समय दाँत पीसना, इससे अनेक कठिनाइयाँ आती हैं। इसी तरह आयुर्वेदिक शब्दों का शुद्ध हिन्दी व अंग्रेजी अर्थ एवं भावार्थ जानना भी दुष्कर कार्य था। इस समस्या के कारण ही इस शब्दकोश की रचना की आवश्यकता पड़ी तथा इसके लिये यह प्रयास किया गया है।
आयुर्वेदिक शब्दों का शुद्ध भावानुवाद करना अत्यन्त कठिन कार्य है। प्रस्तुत पुस्तक में इसका सार्थक प्रयास किया गया हैं। इस पुस्तक में सर्वप्रथम एक शब्द में हिन्दी शब्द, उसके बाद उसका विस्तृत भावानुवाद, फिर एक शब्द में अंग्रेजी अनुवाद, फिर उसका शुद्ध उच्चारण तथा फिर विस्तृत अंग्रेजी भावानुवाद दिया गया है ताकि पाठक अच्छी तरह उसका अर्थ समझ सकें।
प्रस्तुत पुस्तक मेडिकल एवं आयुर्वेदिक डाॅक्टर्स तथा स्टूडेन्ट्स, फार्मेसिस्ट्स, डेन्टल, फिजियोथेरेपिस्ट, होम्योपेथिक डाॅक्टर्स, पेरामेडिकल स्टाफ, मेडिकल प्रेक्टिसनर्स एवं मेडिकल और आयुर्वेदिक विज्ञान में रुचि रखने वाले सामान्य व्यक्तियों के लिये भी सहायक सिद्ध होगी।