K. L. Rajpurohit

डॉ. कन्हैयालाल राजपुरोहित राजस्थान के बाड़मेर जिले के गाँव खाँडप में पैदाइष। वाग्देवी की साधना विरासत में मिली। चार दषक के दीर्घ    कालीन अध्यापन के बाद जयनारायण व्यास विष्वविद्यालय, जोधपुर के कला, षिक्षा एवं समाज विज्ञान संकाय के अधिश्ठाता के रूप में सेवा निवृति। साहित्यिक अभिरूचि ने मातृभाषा राजस्थानी के साथ हिन्दी में सृजनात्मक लेखन की ओर उन्मुख किया। राजस्थानी और उर्दू कविता से विषेष लगाव। इतिहास और संस्कृति गहन अध्ययन के क्षेत्र। अद्यावधि पाँच पुस्तकें प्रकाषित विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की मुखपत्रिकाकेन्द्र भारतीका चार वर्षो तक संपादन एवं उसके लिये तीन स्तम्भों थाती; अलिमाना अन्दाज़ इतिहास के झरोखे से का निरन्तर लेखन। सम्प्रति - विभिन्न क्षेत्रों की नामी-गिरामी हस्तियों के वाक्चातुर्य एवं तीव्र मेधा को उद्घाटित करने वाले प्रसंग आलिमाना अन्दाज़ शीर्षक से शीघ्र प्रकाष्य। राजस्थान के इतिहास के अनछुए पहलुओं से सम्बद्ध पुस्तक मौन इतिहासः मुखर यादें का लेखन जारी।


© 2025 SCIENTIFIC PUBLISHERS | All rights reserved.